प्रकृति अपने आप में अनेको रहस्यो को आज भी समेटे हुए है। ये सही है कि विज्ञान आज बहुत आगे बढ़ चुका है। हम ब्रह्माण्ड तक के रहस्यों को सुलझाने की दिशा में लगातार कार्य कर रहे है। लेकिन एक सच ये भी है कि हम इतने विकसित होने के बाद भी धरती पर के ही सभी रहस्यों पर से पर्दा अब तक नहीं उठा पाए है। आज भी हम प्रकृति के कई रहस्यों से अनभिज्ञ है और समय समय पर हमें इस अनभिज्ञता की झलक देखने को मिलती भी है।
अब देखा जाएं, तो हमने आज तक अनेको फूलो के नाम सुने है, उन्हें देखे भी है और उन्हें महसूस भी किया है। मगर क्या, हमने नारीलता फूल को कभी देखा है .....! जी हां, जिस फूल की बात हम यहाँ कर रहे है, उसका नाम है .... नारीलता ! इस फूल का नाम नारीलता इसलिए पड़ा है क्योंकि ये देखने में बिलकुल नारी जैसा ही लगता है और वो भी बिलकुल नग्न नारी के जैसा।
Narilata Ke Phool - Kitne Sach Kitne Bhramak (in Hindi)
बताया जाता है कि नारीलता के फूल के वृक्ष भारत के हिमालय क्षेत्र में कही कही देखने को मिलता है। भारत के अलावे नारीलता के वृक्ष श्रीलंका और थाईलैंड में भी उगता है। बताया ये भी जाता है कि ये फूल वृक्ष पर हर बीस बर्ष के बाद खिलता है। यानि अन्य उन्नीस बर्षो तक ये वृक्ष बिना फूलो के ऐसे ही सुना पड़ा रहता है। यदि तथ्यों पर विश्वास करें तो यह फूल ऑर्किडासिये परिवार के अंतर्गत हाबेनरिया प्रजाति से आता है। ये फूल थाईलैंड में भी पाया जाता है, जहाँ इसे 'नारीपोल' नाम दिया गया है।
  
  
  
    
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नारीलता फूल को लेकर कुछ किस्से कहानियाँ भी प्रचलित है। मगर वे किस्से कहानियाँ है। उन किस्से कहानियों में कितनी सच्चाई है, ये पता लगाना कठिन है। मगर ये आश्चर्य की बात है कि यदि इस धरती पर ऐसे किसी विचित्र फूल का सचमुच में अस्तित्व है तो इस पर वैज्ञानिक और वनस्पतिशास्त्रियों ने अब तक खोज क्यों नहीं किया। इसकी सच्चाई का पता इन लोगो ने क्यों नहीं लगाया। जबकि इंटरनेट पर इसके अनेक चित्र वायरल है। इस फूल के कुछ वीडिओ भी देखे जा सकते है। तो फिर प्रश्न ये उठता है कि लोगो के लिए ये फूल आज भी रहस्य का बिषय क्यों बना हुआ है। क्यों नहीं इसकी सच्चाई दुनियां के सामने लायी जाती है ...... !
वैसे इस फूल के चित्र को लेकर कुछ लोगो की धारणा है कि ये फेक है। यह विकसित सॉफ्टवेयर की सहायता से निर्मित चित्र है। लेकिन सच्चाई जो भी हो, पर इस फूल के चित्र को एक बार देखने के बाद लोगो के लिए ये कौतुहल का बिषय अवश्य बन जाता है और उनके मन में यह प्रश्न बार बार कौंध जाता है कि ' क्या ये सच है या फिर भ्रामक .....!! ' हालांकि राष्ट्रीय स्तर की कई मीडिया भी इस पर अपने आर्टिकल लिख चुके है। मगर इसके बावजूद ये फूल अब तक लोगो के लिए कौतुहल का ही बिषय बना हुआ है ....और शायद आगे भी ऐसे ही बना रहे .......!!
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